हेलो दोस्तों,
आज की पोस्ट मे हम (pashu ki bimari) पशुओं की बीमारी के बारे मे जानेंगे।
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Pashu ki Bimari का कैसे पता करें?
पशु बीमारी की पहचान करना |
दोस्तों जैसा की हम जानते है की खेती और पशु पालन दोनों ही कार्य किसानों के लिए आवश्यक है और यदि हमारे घर पर अच्छी नस्ल के दुधारू पशु हो तो किसान की आमदनी में काफी इज़ाफा हो जाता है। और देखा जाये तो M.P. में अन्य राज्य जैसे हरियाणा, पंजाब आदि की तुलना अच्छे पशुओं की कमी है।
उसका मुख्य कारण:-
- अच्छी नस्ल के पशु न होना।
- सही रखरखाव और management का ना होना।
- संतुलित पशु आहार की जानकारी ना होना।
- गाँव में या आसपास अच्छे पशु चिकित्सक ना मिलना।
- पशु रोगों के प्रति जानकारी का अभाव होना।
- और इन कारणों में सबसे ज्यादा नुकसान पशु रोगों pashu ki bimari के कारण होता है।
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क्यों की समय समय पर हम उनका उचित टीकाकरण नही करवा पाते है जिससे पशु में दूध घट जाता है। पशुओं में कही तरह के रोग होते है। और सभी रोगों के लक्षण भी अलग अलग तरीके के होते है। जिनकी पहचान करने के लिए हमें चिकित्सक की आवश्यकता होती है। लेकिन पशु मे बीमारी कोई भी हो यदि पशु पालक इन tips का ध्यान दे तो वो इतना पता तो कर ही सकता है की उसका पशु बीमार है।
आपकी गाय भैस आपको बोल कर तो नही बता पायेगी की उसको बुखार है या जुकाम या पेट दर्द लेकिन यदि आप थोड़ी सी सतर्कता रखो तो आपको पता ज़रुर चल जायेगा की आपके पशु बीमार है।
पशुपालक को पशुओं की इन हरकतों पर ज़रुर ध्यान रखना चाहिए।
- बीमार पशु उदास दिखाई देने लगता है।
- उसके कान सीधे तने हुए न हो कर लटक जाते है।
- वो अन्य पशुओं के झुंड से अलग अलग या पीछे पीछे चलता है।
- उसकी चंचलता में कमी आ जाती है।
- उसके बालों की चमक खो जाती है ।
- आँखो की हलचल कम हो जाती है उनकी चमक भी कम हो जाती है।
- वह जुगाली कम कर देता है या फिर बंद कर देता है।
- दुधारू पशु के दूध में अचानक कमी आ जाती है।
- जल्दी थक जाता है और बैठ जाता है।
- गोबर पतला या कड़ा (ठोस) करने लगता है।
- उनके पेशाब में बदबू आने लगती है।
- उसके खान पान में कमी आ जाती है।
- पानी और चारा खाना छोड़ देता है।
- उसकी सांसों की गति या तो ज्यादा या बहुत धीमी हो जाती है।
- पशु के कान पकड़ने पर बहुत ठन्डे लगते है।
- पशु के मुहँ से लार बहने लगती है
- यदि पशु अपने सीगों को दीवार पे बार बार भडकता हे तो उसके सीगो में कीड़े पड़ने की सम्भावना होती है।
- पशु दुबला होने लगता है। पशु के नथुने के आसपास पानी की छोटी छोटी बुँदे बनना बंद हो जाती है।
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दुधारू पशुओं को समय समय कौन से टिके लगवाये?
- मुहँ और खुर रोग टीका
- एन्थ्रेक्स टीका
- ब्लैक क्वार्टर टीका
- हेमोरेजिक सेप्टीकेमिया टीका
- B.Q H.S टीका और एन्थ्रैक्स
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पशुओं में बीमारी के लक्षण दिखने पर उन्हें तुरंत पशु चिकित्सक से इलाज़ करवाए छोटी सी लापरवाही पशु की जान ले सकती है। और आपके पास भी यदि किसानों से जुडी कोई भी जानकारी हो तो हमें comment box में ज़रुर लिखे ताकि हमारे किसान भाइयों को लाभ हो सके।
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Sir bachada abhi 4 mahine ka h use pta nhi kya ho gya usne 2 din se pani tk nhi piya h sir plz dava bataen
Ho sakta hai uske muh ya pet me chale ho gye ho jaldi se pashu chikitsak ko batao