Table of Contents
Khaad ki Jaankari पौधों के लिए आवश्यक खाद तत्व के बारे में जानकारी
हेल्लो किसान दोस्तों नमस्कार।
आप सभी को अच्छी बरसात मानसून की शुभकामनाये। दोस्तों जैसा की अभी कुछ time बाद सभी लोग बुआई करेंगे। और उनकी फसल का अच्छा उत्पादन ले सके ये भी प्रयास सभी किसान दोस्त करेंगे और में भी अपने खेतो में व्यस्त हो जाउँगा।
मित्रों आप सभी जानते हो की स्वस्थ शरीर के लिए अच्छा और पौष्टिक आहार की आवश्यकता होती है। वैसे ही अच्छी फसल के लिए अच्छे खाद् और उचित मात्रा में पोषक तत्वों की आवश्यक होती है। जैसे मनुष्य के लिए दाल, रोटी, चावल, हरी सब्ज़ियाँ, सलाद, पापड़, चटनी, आचार, अंडे, दूध, फल और भी कही सारे पौष्टिक आहार की जरूरत होती हे।
उसी तरह अच्छी और स्वस्थ फसल के लिए बहुत से प्रकार के खाद् की आवश्यकता होती है। आज की इस पोस्ट में हम चर्चा करेंगे की फसल की कौन कौन से खाद् की जरूरत होती है khaad ki jaankari और उनका फसल के लिए क्या उपयोग होता है।
फसलो के लिए इन 16 तरह के खादों की आवश्यकता होती है।
वायुमंडल से मिलने वाले खाद् तत्व जैसे सूर्य का प्रकाश हवा पानी आदि से।
1 कार्बन (CO2)
2 हाइड्रोजन (H2)
3 ऑक्सीजन (O2)
फसल के लिए मुख्य खाद् के तत्व Primary Nutrient
1 नाइट्रोजन Nitrogen (N)
फसल के लिए उपयोगीता :-
नाइट्रोजन यानी नत्र से पोधो के आकर में वार्द्धि होती है। पत्तों के आकर बढ़ने में सहायक होता है। पोधो की कोशिकाओं में रस के निर्माण में अति आवश्यक होता है।पोधो में पूरा विकास और पत्तों को हरा करने में सहायता करता है। फसल के दानो को बढाता है। यह पोधो में प्रोटीन को बडाता है। अनाज और चारे में प्रोटीन को बढाता है।
2 फास्फोरस (P)
फास्फोरस के benefits:-
नाइट्रोजन की अधिकता से होने वाले नुकसान को रोकना। बीजो के अंकुरण में आवश्यक जड़ों के विकास में सहायक फूलों का फाल बढ़ाने में आवश्यक फसल में फलो की व्रद्धि करना। पोधो में एक समान वर्द्धि करना।प्रकाश सश्लेषण की क्रिया को तेज़ करना। पोधो में प्रोटीन और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बडाना। बीजो का वजन बढाना स्वस्थ बीज का बनाना।
3 पोटेशियम पलाश (K)
पोटेशियम पोधो के लिए आवश्यकता:-
पोधे द्वारा पतो में बनाये गये कार्बोहायड्रेट और प्रोटीन को फलो में भेजता है। ताकि फलो का उचित विकास हो पाये। पोधो में रंग क्वालिटी और taste बढ़ाने का काम करता है। पौधों को जल्दी गिरने से रोकता है और उसमे लगने वाले रोगों से लड़ता है। अनाज के दानो में चमक बढाता है। पौधों को जल्दी सूखने से रोकता है।
SECONDARY NUTRIENTS खाद तत्व
1 केल्सियम (Ca)
पौधों में सेलवाल की मज़बूती बडाता है। दलहन फसलो में प्रोटीन को बढाता है। आलू मूंगफली और तम्बाकू जैसी फसलो के लिए बहुत ही लाभकारी होता है।
2 मैग्नेशियम (Mg)
पोधो का सूर्य से भोजन बनाने की क्रिया में important work करता है।
फसल के पत्तों में हरित द्रव के निर्माण में help करता है। पोधो में प्रोटीन वसा कार्बोहाईट के निर्माण करता है। चारे वाली फसलो में अधिक लाभ मिलता है।
3 सल्फर – गंधक (S)
सल्फर पोधो में प्रोटीन आदी बढ़ाने का कार्य करता है। पोधो की जड़ों का विकास बढाता है। और फसल की उत्पादन क्षमता बडाता है। यह सरसों प्याज़ और लहसुन की फसल में आवश्यक होता है। यह प्रोटीन वसा अम्ल विटामिन्स का निर्माण में सहायक होता है।
MICRO NUTRIENTS खाद तत्व
1 जिंक – जस्ता (Zn)
पौधों में उत्पादन केपिसिटी बडाता है। पानी के प्रमाण को control करता है। Auxin का निर्माण करता है। पोधो की बाढ में सहायक। केरोटिन प्रोटीन हार्मोन्स सश्लेषण में सहायक होता है। क्लोरोफ़िल उतप्रेरक में सहायता करता है।
2 बोरान(B)
फुल और फलो के निर्माण में सहायक। पौधों में केल्शियम को भेजने में सहायता करता है। प्रजनन कार्य और परागन में सहायक होता है। यह केल्सियम और पोटेशियम के अनुपात को नियंत्रित करता है। दलहन वाली फसलो में जड़ ग्रन्थि के विकास में सहायता करता है।
3 आयरन – लोहा (Fe)
पौधों के पत्तो में प्रकाश सश्लेषण की क्रिया मे हरितद्रव्य बनाने में हेल्प करता है। क्लोरोफिल और प्रोटीन का निर्माण में सहायता करता है। यह पौधों की श्वसन क्रिया में ऑक्सीजन का परिवहन करता है।
4 मैगनीज (Mu)
पौधों में प्रकाश सश्लेषण की आक्सीडेशन और रिडीएशन क्रिया में सहायक होता है।
एन्जाईम बढाने में मदद करता है।
5 कॉपर – तांबा (Cu)
पौधों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है। पौधों में प्रोटीन और विटामिन ए को बनाता है। कवक रोगों को नियंत्रित करता है।
6 मालीब्ड़ेनम (Mo)
पौधों में जो नाइट्रोजन होता है, उसे प्रोटीन में बदलता है। पौधों में विटामिन सी (C) और शकर्रा के सश्लेषण में सहायक होता है।
नोट:- किसान भाई किसी भी खाद् का उपयोग, अपने खेतो में करने से पहले मिट्टी परीक्षण आवश्यक रूप से करवाए, ताकि उचित मात्रा और अनुपात के हिसाब से फसल को खाद् मिल पाए।
इन खादों की कमी से जो लक्षण फसल में दिखते है। उन्हें जानने के लिए नीचे दी गयी लिंक को खोले
खाद् की कमी से होने वाले पोधो पर लक्षण यहाँ देखे।
किसान दोस्त ये महत्वपूर्ण पोस्ट भी ज़रुर पढ़े।
Afim ki Kheti अफीम की खेती का रिकॉर्ड ऑनलाइन कैसे देखें?